जयपुर/ भरतपुर
प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के बीच हो रहे चुनाव के बीच गुर्जर आंदोलन भी चर्चा में बना हुआ है। लेकिन अब गुर्जर आंदोलन में नया ट्विस्ट आ गया है। दरअसल बताया जा रहा है कि एक नवंबर यानी आज रविवार को होने वाले गुर्जर आंदोलन से पहले ही समाज में दो फाड़ हो गई है। समाज में दो अलग गुट बन गए हैं, जिनमें एक खेमा जहां सरकार के साथ 14 बिंदुओं पर सहमति बना चुका है। वहीं दूसरी ओर (kirodi baisla)कर्नल किरोड़ी बैसला ने आव्हान पर आंदोलनकारी पीलूपुरा जुटने में लगे हैं।
रेल से सड़क मार्ग तक बढ़ाई गई चौकसी
प्रदेश में गुर्जर आंदोलन की आहट को देखते हुए सरकार की ओर से रेल से लेकर सड़क मार्ग तक चौकसी बढ़ाई गई है। जहां कोटा रेल मंडल में जीआरपी और आरपीएफ की 450 जवानों की तैनातगी की गई है। वहीं बयाना में 3000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। कोटा और दिल्ली लाइन पर खास चौकसी रखी गई है।
पीलूपुरा में जुटेंगे कर्नल बैंसला और उनके समर्थक
गुर्जर आंदोलन में दो फाड होने के बाद रविवार को कर्नल बैंसला बयाना के पीलूपुरा में जुटने के लिए तैयार हो गए हैं। इधर सरकार की ओर से किसी भी तरह अनहोनी ना हो, लिहाजा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगा दिया है। कानून तीन महीने के लिए सभी आठ गुर्जर बाहु्ल्य इलाकों में प्रभावी रहेगा।